Best 200+ Shayari On Life [2023 Edition]

Shayari On Life:

नमस्कार दोस्तों आप सभी का एक बार फिर से Kuch Khas Tech में स्वागत है. तो दोस्तों जैसे की आपको तो पता ही है की हम हर दिन आपके लिए कुछ न कुछ नया ले कर आते ही रहते है तो आज फिर से आपके लिए कुछ नया हम ले कर आये है, जो की आपको काफी पसंद भी होगा जिसका नाम है Shayari On Life (शायरी ऑन लाइफ). हम जानते है की आज के समय में हर किसी की जिंदगी जो है वो संघर्ष से भरी हुई चली हुई है. जिसके पास नौकरी नहीं है वो नौकरी के लिए संघर्ष कर रहा है. और जिसके पास नौकरी है वो और ज्यादा पैसे कमाने के लिए संघर्ष कर रहा है. इससे आपको अंदाजा हो ही गया होगा की जिंदगी में कभी भी संघर्ष समाप्त ही नहीं होता है. 
वैसे इंसान को जीवन ऊपर वाले ने इसलिए दिया है ताकि वह जीवन के सत्य को जान सके. पर हम सभी जिंदगी में इतने ज्यादा व्यस्त हो जाते है की सत्य को जानने का समय ही नहीं मिल पाता है. और ऐसे में हर कोई  जीवन की सच्चाई से अपरिचित ही रह जाता है. परन्तु आज जो Article हम आपके लिए ले कर आये है उसमे जो Shayari On Life लिखी हुई है वो लाजवाव है और उससे आपको जिंदगी के बारे में काफी कुछ पता चलने वाला है. इसलिए इस शायरी को थोड़ा ध्यान से पढ़े. चलिए दोस्तों तो शुरू करते है आज का नया आर्टिकल.

Best Shayari On Life Of 2023:

Shayari On Life
Shayari On Life

जिंदगी का तजुर्बा तो नहीं पर इतना मालुम है
छोटा आदमी बड़े मौके पर काम आ जाता है
और बड़ा आदमी छोटी सी बात पर
औकात दिखा जाता है 

मेरे अच्छे वक़्त ने
दुनिया को बताया की में कैसा हूँ
और मेरे बुरे वक़्त ने मुझे बताया है
कि दुनिया कैसी है 

जिंदगी तेरे खवाब भी कमाल के हैं
तू गरीबों को उन महलों के सपने दिखाती है
जिसमें अमीरों को नींद नहीं आती 

कोई बेबस ,
कोई बेताब ,
कोई चुप ,
कोई हैरान ......
ऐ जिंदगी तेरी महफ़िल के
तमाशे ख़त्म ही नहीं होते 

जिंदगी की कसौटी से
हर रिश्ता गुजर गया
कुछ निकले खरे सोने
कुछ का पानी उतर गया 

दिल लगाकर चल
.
.
.
.
जिंदगी है थोड़ी
थोड़ा मुस्कुरा कर चल

ऐ मेरी जिंदगी यूँ मुझसे दगा ना कर
उसे भूलकर जिन्दा रहूं दुआ ना कर
कोई उसे देखता है तो होती है तकलीफ
ऐ हवा तू भी उसे बार-बार छुआ ना कर 

एक और जिंदगी मांग लो खुदा से
ये वाली तो दफ्तर में ही  कट जानी है
ना ख़ुशी खरीद पाता हूँ, ना गम बेच पाता हूँ
फिर भी ना जानें क्यों में हर रोज कमाने निकल जाता हूँ 

बून्द-बून्द बरसती है बारिश
लम्हा-लम्हा बीतती है जिंदगी
बून्द-बून्द से तालाब बना लो
लम्हे-लम्हे से जिंदगी 

पत्थर सा दिल ...
कहीं से ला दो दोस्तों
मुझे जिंदगी में
और भी जीना है 
Shayari On Life
Shayari On Life

Shayari On Life
Shayari On Life

इंसान को इंसान धोखा नहीं देता
बल्कि उसकी वो उमीदें धोखा देती हैं
.
.
.
जो वह दूसरों से रखता है 

बहुत कुछ सीखा जाती है जिंदगी
हँसते को रुला  जाती है जिंदगी
'जी' सको उतना 'जी' लो दोस्तों
क्योंकि बहुत कुछ बाकी रह जाता है
और ख़त्म हो जाती है जिंदगी 

डूबे हुओं को  हमने बैठाया था
अपनी कश्ती पर यारों
और फिर कश्ती  कहकर
हमें  ही उतार गए 

ज़माना खिलाफ हो
क्या फर्क पड़ता है
में तो जिंदगी आज भी अपने
अंदाज में जीता हूँ 

फिर गलतफैमियों में डाल दिया
जाते हुए मुस्कुराना
क्या जरूरी था 

आँखों में मंजिलें थी
गिरे और सँभलते रहे
आँधियों में क्या दम था
चिराग हवा में भी जलते रहे 

आहिस्ता चल ऐ जिंदगी
कुछ कर्ज चुकाने बाकी हैं
कुछ के
दर्द मिटाने बाकी हैं
कुछ फर्ज निभाने वाकी हैं 

बस एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए
न जाने कितने अल्फाज लिखे हमने
उनको सुनाने के लिए 

जिंदगी ने मेरे मर्ज को कुछ ऐसा
इलाज बताया
वक़्त को दवा कहा और
ख्वाइशों से परहेज बताया 

हासिल-ए-जिंदगी
हसरतों के सिवा कुछ भी नहीं
ये किया नहीं, वो कुछ नहीं
ये मिला नहीं, वो रहा नहीं 

Shayari On Life
Shayari On Life

जिंदगी की राहों में
ऐसा अक्सर होता है
फैसला जो मुश्किल हो
वही अक्सर होता है 

जिंदगी तुमसे हर कदम
समझौता क्यों किया जाए
शोक जीने का है मगर
इतना भी नहीं
कि मर मर कर जिया जाए 

फ़िक्र है सबको
खुदको सही साबित करने की
जैसे ये जिंदगी
.
.
.
.
जिंदगी नहीं
कोई इल्जाम है 

पानी फेर दो इन पन्नों पर
ताकि धुल जाए स्याही सारी
.
.
.
.
.
जिंदगी फिरसे लिखने का
मन होता है कभी-कभी 

जिंदगी को जिंदगी रखना
बंदगी ना होने देना
जो चाहते हो खैर अपनी
तो दिल्लगी ना होने देना 

परवाह करने की आदत ने तो
परेशान कर दिया
अगर बेपरवाह होते तो
सकून बहुत होता जिंदगी में 

तलब कहूं, खवाहिश कहूं
या कहूं इश्क़, तुम्हें जो भी है
तुमसे तुम तक का सफर जिंदगी है........ 

चिराग से ना पूछो बाकी तेल कितना है
साँसों से ना पूछो बाकी खेल कितना है
पूछो उस कफ़न से लिपटे मुर्दे से
जिंदगी में गम
और कफ़न में चैन  कितना है 

सोचा ही नहीं था
जिंदगी में ऐसे भी फ़साने होंगे
रोना भी जरूरी होगा
और
आंसूं भी छुपाने होंगे 

चूम लेता हूँ
हर मुश्किल को अपना मानकर
जिंदगी कैसी भी है
आखिर है तो मेरी 

Shayari On Life
Shayari On Life

कहाँ तक ये मन को अँधेरे छलेंगे
उदासी भरे दिन
कभी तो ढलेंगे 

जिंदगी का फलसफा भी
 कितना अजीब है
शामें कटती नहीं
और दिन गुजर जाते हैं 

छोड़ो वफ़ा के किस्से
यह उम्रों का रोना है
पहले कौन हमारा था
जो अब किसी ने होना है 

जिंदगी की हकीकत को
बस हमने इतना ही जाना है,
दर्द में अकेले हैं और
खुशियों में सारा जमाना है

जिंदगी में क्यों भरोसा करते हो
गैरों  पर, जब
चलना है अपने ही
पैरों पर

जब-जब  मुझे लगा
में तेरे  लिए ख़ास हूँ
तेरी बेरुखी ने ये समझा दिया
 मै झूठी आस में हूँ

इतनी बदसलूकी ना कर
ऐ जिंदगी
हम कौन सा यहाँ
बार-बार आने वाले हैं 

याद करते हैं हम यारों की दोस्ती
यादों से दिल भर आता है
कल साथ जिया करते थे मिलकर
आज मिलने को दिल तरस जाता है 

 इतना क्यों सिखाये
जा रही हो जिंदगी
हमें कौन सी सदियां
गुजारनी हैं यहाँ 

पलक से पानी गिरा है
 तो उसको गिरने दो
कोई पुरानी तमन्ना
 पिघल रही होगी 

Shayari On Life
Shayari On Life

कहती है मुझे जिंदगी
मै अपनी आदतें बदल दूँ
बहुत चला में लोगों के पीछे
अब थोड़ा खुद के साथ चल लूँ 

जिंदगी ये तेरी खरोंचें हैं मुझपर
या फिर तू मुझे तराशने की
कोशिश में है 

चूम लेता हूँ हर मुश्किलों को
अपना मानकर
जिंदगी  कैसी भी है
आखिर है तो मेरी

बचपन में भरी दोपहरी में
नाप आते थे पूरा मोहल्ला
जबसे डिग्रियां समझ आयीं
पैर जलने लगे 

थम कर रह  जाती है जिंदगी
जब जम कर बरसती हैं पुरानी यादें 

यूँ तो कोई सबूत नहीं
कि वो मेरे हैं
दिल का रिश्ता है
बस यकीन से चलता है 

चुपचाप चल रहे थे
जिंदगी के सफर में
तुम पर नजर पड़ी और
गुमराह हो गए 

जितना दोस्ताना पाया है आपसे
उससे और ज्यादा पाने की चाहत है
जाने वो कौन सी खूबी है आपमें
जिंदगी भर दोस्ती निभाने की चाहत है

यूँ  तो आदत नहीं मुझे
मूड कर देखने की
तुम्हें देखा तो लगा एक बार
और देख लूँ 

Shayari On Life
Shayari On Life

यादों में ना ढूंढों हमें
मन में हम बस जाएंगे
तमन्ना हो अगर मिलने की तो
हाथ रखो दिल पर
हम धड़कनों में मिल जाएंगे 

 रहने दे मुझे
यूँ उलझा हुआ सा यूँ तुझमें
सुना है सुलझ जाने से
धागे अलग-अलग हो जाते हैं 

बस मेरे मुस्कुराने की वजह
बने रहना
जिंदगी में  ना सही मगर
जिंदगी बने रहना 

मदहोश ना कर मुझे
यूँ अपना चेहरा दिखाकर
महोब्बत अगर चेहरे से होती तो
खुदा दिल ना बनाता 

नजर बचाकर सबसे जब हम
सवरने लगे
आइना जान गया की
हम भी इश्क़ करने लगे 

लम्हों की एक किताब है जिंदगी
साँसों और ख्यालों का हिसाब है जिंदगी
कुछ जरूरतें पूरी, कुछ ख्वाइशें अधूरी
बस इन्हीं सवालों का जवाब है जिंदगी 

ऐ जिंदगी तेरे जज्बे को सलाम
पता है की मंजिल मोत है
फिर भी दौड़े जा रही है 

जो ना देते थे जवाब
उनके सलाम आने लगे
वक़्त वदला तो, मेरे नीम पे
आम आने लगे 

तुमने वक़्त समझकर
गुजार दिया मुझे
और हम तुम्हें जिंदगी समझ कर
आज भी जी रहे हैं


Shayari On Life
Shayari On Life

कुछ ज्यादा ख्वाइशें नहीं
ऐ जिंदगी तुझसे
बस मेरा अगला कदम
पिछले से बेहतरीन हो 

गिरते-गिरते एक दिन आखिर
संभलना आ गया
जिंदगी को वक़्त की रस्सी पर
चलाना आ गया 

मत पूछ कैसे गुजर रही है जिंदगी
उस दौर से गुज्जर रहा हूँ
जो गुजरता ही नहीं 

जिंदगी उलझाए रखती है,
गुनाहों में हमें
इतनी फुर्सत ही नहीं देती
कि शर्मिंदा भी हों

एक वक़्त था जब हम सोचते थे
कि हमारा भी वक़्त आएगा
और एक यह वक़्त है जो सोचते है
वो भी क्या वक़्त था 

होने तो तमाशा
मेरी भी जिंदगी का
मैंने भी मेल में बहुत तालियां
बजायी हैं 

महोब्बत जिंदगी के फैसलों से लड़ नहीं सकती
 किसी को खोना पड़ता है, किसी का होना पड़ता है 

उम्र का मोड़ चाहे कोई भी हो
बस धड़कनों में नशा
जिंदगी जीने का होना चाहिए 

ज़माने का भार जरा दिल से उतार ले
नन्ही सी तो जिंदगी है यार
जरा हंस के गुजार ले 

किसी की मजबूरी का कभी
मज़ाक ना बनाओ दोस्तों,
जिंदगी अगर मौका देती है,
तो वही जिंदगी धोखा भी देती है

Shayari On Life
Shayari On Life

समंदर ना सही
पर एक नदी तो होनी चाहिए,
तेरे शहर में ज़िंदगी कहीं तो होनी चाहिए

ले दे के अपने पास एक नजर तो है,
क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नजर से हम

हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ  "ज़िंदगी"
हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी

मैने जिंदगी से पूछा
तू इतनी मुश्किल क्यों है
जिंदगी ने हंस कर कहा
दुनिया भी आसान चीजों की
कदर नहीं करती 

आया ही था खयाल, कि आँखें छलक पड़ीं
आँसू किसी की याद के कितने करीब हैं

हर रोज़ गिर कर भी
मुक्कमल खड़े हैं
ऐ  जिंदगी देख
मरे होंसले तुझसे भी बड़े हैं 

कुछ इस तरह से
गुजारी है जिंदगी जैसे
तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा

जिंदगी क्या ..??
जो बसर हो चैन से
दिल में थोड़ी सी तमन्ना चाहिए 

सोचा ही नहीं था जिँदगी में
ऐसे भी फ़साने होंगे
रोना भी जरूरी होगा और आंसूं भी छुपाने होंगे 

जिंदगी किस्मत से चलती है साहब
अगर दिमाग से चलती तो
बीरबल बादशाह होता 

Shayari On Life
Shayari On Life
आँसू उठा लेते हैं
ग़मों का बोझ
यह वो दोस्त हैं जो अहसान
जताया नहीं करते 

जिंदगी में कुछ जख़्म ऐसे होते हैं
जो कभी नहीं भरते
बस  इंसान उन्हें छिपाने का
हुनर सीख जाता है 

मैने खुदा से पूछा वो छोड़ गया मुझे
उसकी क्या मजबूरी थी
खुदा ने कहा ना इसमें कसूर तेरा
ना गलती उसकी
मैने ये कहानी लिखी ही अधूरी थी 

खामोशियाँ वेवजह नहीं होती
कुछ दर्द आवाज छीन लेते हैं 

ना ढून्ढ मेरा किरदार
दुनिया की भीड़ में
वफादार तो हमेशा
तनहा ही मिलते हैं 

मेरी आँखों में सन्नाटा भी है शोर भी
तूने देखा ही नहीं आँखों में
यहाँ कुछ और भी है 

सारी जिंदगी मैं
बस यही भूल करता रहा
धुल चेहरे पर थी
और आयना साफ़ करता रहा 

 जिंदगी के हर मोड़ पे यूँ
रुक-रुक के सँभलते क्यों हो
इतना डरते हो तो घर से
निकलते क्यों हो 

कुछ इस तरह मैंने जिंदगी को
आसान कर लिया
किसी से मांगी माफ़ी तो
किसी को माफ़ कर दिया 

मतलबी नहीं मैं
बस दूर हो गया हूँ
उन लोगों से
जिन्हें मेरी कदर नहीं 

Shayari On Life
Shayari On Life
चलता रहूँगा जिन्दी भर
चलने में माहिर बन जाऊँगा
या तो मंजिल मिल जायेगी
या अच्छा मुसाफिर बन जाऊँगा 

हाथ की लकीरें पढ़ने वाले ने
मेरे होश उड़ा दिए
मेरा हाथ देख कर बोला
तुझे  मौत नहीं, किसी की चाहत मारेगी

एक सपने के टूटकर
चकना चूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने  के  होंसले को ही
जिंदगी कहते हैं 

जिंदगी में अकेले चलने में
बड़ा मजा आता है
ना कोई आगे भागता है
और ना कोई पीछे रह जाता है

ज़माना खिलाफ हो क्या फर्क पड़ता है
मैं तो जिंदगी आज भी
अपने अंदाज में जीता हूँ 

तोड़ कर जोड़ लो चाहे हर चीज दुनिया की
सब कुछ काबिले-ए-मरमत है
ऐतबार के सिवा

जिंदगी जब किसी दो-राहे पर लाती है
एक अजीब सी कश्मकश में पड़ जाती है
चुनते हैं हम किसी एक राह को
और दूसरी राह
जिंदगी भर याद आती है 

बहुत कुछ सिखाया
जिंदगी के सफर ने अनजाने में
वो किताबों में दर्ज था ही नहीं
जो पढ़ाया सबक जमाने ने 

माना की तुमसे दूरियां कुछ ज्यादा ही
बढ़ गयी हैं
पर तेरे हिस्से का वक़्त
आज तनहा गुजरता है 

Shayari On Life
Shayari On Life
जिंदगी से वादा
यूँ भी निभाना पड़ गया
खुल कर रोना चाहा था
मुस्कुराना पड़ गया 

जिंदगी में किसी का साथ काफी है
कंधे पर किसी का हाथ काफी है
दूर हो या पास फर्क नहीं पड़ता
सच्चे रिश्ते का बस अहसास काफी है 

कुछ लोग जिंदगी होते हैं
कुछ लोग जिंदगी में होते हैं
कुछ लोगों से जिंदगी होती है
लेकिन कुछ लोग होते हैं तो
जिंदगी होती है

उम्मीद ना कर
इस दुनिया में हमदर्दी की
बड़े प्यार से जख्म देते हैं
शिद्दत से चाहने वाले 

मिल सके आसानी से उसकी चाहत किसे है
जिद तो उसकी है...???
जो किस्मत में लिखा ही नहीं 

मैँ इस काबिल तो नहीं
कि कोई मुझे अपना समझे
पर इतना यकीन है
कोई अफ़सोस जरूर करेगा मुझे
खो देने के बाद 

साहिल के सकूँ से
किसे इंनकार है लेकिन
तूफ़ान से लड़ने का
मजा ही कुछ और है 

धूप में निकलो
घटाओं में नाहा कर देखो
ज़िंदगी क्या है
किताबों को हटा कर देखो 

मुझे जिंदगी की दुआ देना वाले
हंसी आ रही है तेरी सादगी पर 

Shayari On Life
Shayari On Life
मैं अकेला ही चला था
मंजिल की तरफ
लोग साथ आते गए
और कारवां बनता गया 

जो गुजारी ना जा स्की हमसे
हमने वो जिंदगी गुजारी है 

ज़रा सी चोट लगी, कि चलना भूल गए
शरीफ लोग थे, घर से निकलना भूल गए
तमाम शहर में घूमे किसी ने नहीं पहचाना
हम एक रोज़ जो चेहरा बदलना भूल गए

बिना मतलब के
कौन किसको पूछता है जनाब
बिना रूह के तो
घर वाले जिस्म को नहीं रखते 

छोटी सी इस जिंदगी में रखा क्या है
अगर इश्क़ भी यहाँ बुरा है
तो अच्छा क्या है ..??

हिम्मत तो इतनी थी कि
 समुन्दर भी पार कर सकते थे
लेकिन जिंदगी ने ऐसा खेल खेला
कि दो बून्द आंसुओं ने डुबो दिया 

बहुत कुछ सिखाया जिंदगी के सफर ने
अनजाने में
जो किताबों में दर्ज था ही नहीं
जो पढ़या सबक जमाने ने  

कितना और बदलूँ खुद को
जीने के लिए
ऐ जिंदगी थोड़ा सा तो मुझको
मुझमें रहने दे 

मालूम सबको है जिंदगी बेहाल है
लोग फिर भी पूछते हैं
जनाब क्या हाल है 

Shayari On Life
Shayari On Life

फ़िक्र दिल में होती है
लवसों में नहीं
और गुस्सा लवसों में होता है
दिल में नहीं 

एक अजीब सा रिश्ता है
मेरे और ख्वाइशों के दरमियाँ
वो मुझे जीने नहीं देती
और में उन्हें मरने नहीं देता 

जिंदगी को कभी तो
खुला छोड़ दो जीने के लिए
क्योंकि बहुत संभाल के रखी हुई चीज
वक़्त पे नहीं मिलती 

जिंदगी सवारने को तो
जिंदगी पड़ी है
वो लम्हा सबार लो
जहां जिंदगी खड़ी है 

एहसान यह रहा
तोहमत लगाने वालों का मुझपर
उठती उँगलियों ने मुझे मशहूर कर दिया

इतना क्यों सिखाये जा रही हो ए जिंदगी
हमें कौन सा सदियां बितानी हैं यहाँ 

हजारों उलझने राहों में
और कोशिशें बेहिसाब
इसी का नाम है जिंदगी
चलते रहिये जनाब 

लगता है आज जिंदगी
कुछ खफा है
चलिए छोड़िये
कौन सा पहली दफ़ा है 

काश नासमजझी में ही
बीत जाए ये जिंदगी
समझदारी ने तो
बहुत कुछ छीन लिया

Shayari On Life
Shayari On Life
ऐसा कोई जिंदगी से वादा  तो नहीं था
तेरे बिना जीने  का इरादा तो नहीं था
जाने कहाँ टूटी है डोर मेरे खवाब की
ख्वाब से जागेंगे सोचा तो नहीं था 

यू तो ए जिंदगी
तेरे सफर से शिकायतें बहुत थी
मगर दर्द जब दर्ज करवाने पहुंचे
 तो कतारे बहुत थी 

सिर्फ शव्दों से ना करना
किसी के वजूद की पहचान
हर कोई उतना कह नहीं पाता
जितना समझता और महसूस करता है 

कोई सुलह करवा दे
जिंदगी की उलझनों से
बड़ी तलब लगी है
आज  मुस्कुराने की 

मैंने खामोशी को लफ्ज दिए
तुमने लफ्जों को ही
खामोश कर दिया 

जिंदगी है चार दिन की
कुछ भी ना गिला कीजिये
दवा, जाम, इश्क़ या जहर
जो भी मिले मज़ा लीजिये

मैं तो चाहता हूँ
हमेशा मासूम बने रहना
ये जो जिंदगी है
समझदार किये जाती है 

क्या बेच कर हम तुझे खरीदें
ऐ जिंदगी
सब कुछ तो गिरवी पड़ा है
जिम्मेदारी के बाजार में 

निकाल  लाया हूँ
एक पिंजरे से एक परिंदा
अब उस परिंदे के दिल से
पिंजरा निकालना बाकी है 
Shayari On Life
Shayari On Life
राहें  जिंदगी में यह
कहानी सभी की है
हमराज कोई और है
और हमसफ़र कोई और

जब लोग ख़फ़ा होने लग जाएँ
तो आप समझ लेना आप
सही राह पर हैं 

ज़ख्म कहाँ-कहाँ से मिले हैं
छोड़  इन बातों को
जिंदगी तू बता
सफर कितना ज्यादा है 

कुछ दिनों से जिंदगी
मुझे पहचानती नहीं
यूँ देखती है जैसे
मुझे जानती नहीं 

बदल जाती है
जिंदगी की हकीक़त
जब तुम मुश्कुरा के कहते हो
बहुत प्यारे हो तुम 

यूँ तो ए ज़िन्दगी
तेरे सफर से शिकायते बहुत थी
मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो
कतारे बहुत थी

आग लगाने वालों को
कहाँ खबर
रुख हवाओं ने बदलता तो
राख वो भी होंगे 

इस मोहब्बत की किताब के
बस दो ही सबक याद हुए
कुछ तुम जैसे आबाद हुए
कुछ हम जैसे बरबाद हुए

सहम सी गयी हैं ख्वाइशें
जरूरतों ने श्याद उनसे
ऊँची आवाज में बात की होगी 

Shayari On Life
Shayari On Life
उमीदों में बंधा एक जिन्दा परिंदा है इंसान
जो घायलभी उमीदों से होता है
और जिन्दा भी उमीदों पर है 

रास्ते कहाँ खत्म होते हैं
जिंदगी के सफर में
मंजिलें तो वही हैं
जहाँ ख्वाइशें थम जाएँ 

देर लगेगी मगर सही होगा
हमें जो चाहिए वही होगा
दिन बुरे हैं जिंदगी नहीं 

जिंदगी आसान नहीं होती
इसे आसान बनाना पड़ता है
कुछ अंदाज से कुछ नजर अंदाज से 

खुद से जीतने की जिद में
मुझे खुद ही हारना है
में भीड़ नहीं हूँ दुनिया की
मेरे अंदर एक ज़माना है 

मजबूत होने में मजा ही तब है
जब सारी दुनिया
कमजोर कर देने पर तुली हो 

ज्यादा नादान इंसान ही
जिंदगी का मज़ा ले सकता है
वरना ज्यादा होशियार इंसान तो
अपनी जिंदगी में ही उलझा रहता है

हमारा जीने का तरीका थोड़ा अलग है
हम उम्मीद  नहीं
अपनी जिद पर जीते हैं 

जरूरी नहीं की सारे सबक
किताबों से ही सीखें
कुछ सबक
जिंदगी और रिश्ते सीखा देते हैं 

Shayari On Life
Shayari On Life

Shayari On Life
Shayari On Life
गुजर गया दिन
अपनी तमाम रौनकें लेकर
जिंदगी ने वफ़ा की तो कल फिर
सिलसिले होंगे 

मर जाने के लिए
थोड़ा सा जहर काफी है दोस्तों
मगर जिन्दा रहने के लिए
काफी जहर पीना पड़ता है 

सबको गिला है
बहुत कम मिला है
जरा सोचिये
जितना आपको मिला है
उतना कितनों को मिला है 

रस्सी जैसी जिंदगी
तने तने हालात
एक सिरे पर ख्वाइशें
दूजे पर औकात 

इतनी तो तेरी सूरत भी नहीं देखी मैनें
जितना तेरे इंतज़ार में
घडी को देखा है 

जिंदगी कभी भी ले सकती है करवट
तो गुमां ना कर
बुलन्दियाँ छू हजार मगर
उसके लिए कोई गुनाह मत कर 

जिंदगी को कामयाब बनाना है तो  याद रखें
पांव भले ही फिसल जाए लेकिन
जुबान को कभी मत फिसलने देना 

हम बुरे नहीं थे जिंदगी
पर तूने बुरा कर दिया
पर अब हम बुरे बन गए हैं
 ताकि तुम्हें कोई बुरा ना कह दे 

सुनों हवाओं
चिरागों को छोड़ दो तनहा
जो जल रहे हैं
उन्हें और क्या आजमाना 

Shayari On Life
Shayari On Life
जिंदगी जीने का मकसद खास होना चाहिए
अपने आप में विशवास होना चाहिए
जीवन में खुशियों की कमी नहीं दोस्तों
 बस खुशियों को मनाने का अंदाज होना चाहिए 

जिंदगी गुजर गयी सारी
काँटों की कगार पर
फूलों ने मचाई भी भीड़ तो
आकर मजार पर 

किसी ने पूछा मुझसे
इस जिंदगी में आपका अपना कौन है
मैंने कहा समय
अगर वो सही तो सभी अपने
वरना कोई नहीं 

चलो थोड़ा  सकूंन से जिया जाए
जो दिल  दुखाते हैं उनसे
थोड़ा दूर रहा जाए 

सलीका नकाब का भी
अजब कर रखा है
जो आँखें हैं कातिल उन्हीं को
खुला छोड़ रखा है 

एक और शाम हो गयी
एक और दिन ढल गया
इस जिंदगी की किताब से
एक और पन्ना निकल गया 

हर रिश्ते में विशवास रहने दो
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो
यही तो अंदाज है जिंदगी जीने का
ना खुद रहो उदास ना दूसरों को रहने दो 

जिंदगी में कभी आस ना छोड़ें
 क्योंकि आप कभी यह
नहीं जान सकते
की आने वाला कल आपके लीये
क्या लाने वाला है 

Shayari On Life
Shayari On Life
जरूर कुछ तो बनाएगी  जिंदगी मुझको
कदम कदम पर मेरा इम्तिहान लेती है 

दुनिया का असूल है
जबतक काम है
तबतक तेरा नाम है
वार्ना दूर से सलाम है 

 मुझे ना हुकम का इक्का बनना है
ना रानी का बादशाह
जिंदगी में हम जोकर ही अच्छे हैं
जिसके नसीब में आएंगे बाजी पलट देंगे 

यूँ ही रंजिशों में गुजर रही है जिंदगी
कभी तुम ख़फ़ा
और
कभी हम ख़फ़ा 

वो ढून्ढ रहे तो मुझे
भूल जाने के तरीके
मैंने खफा होकर उनकी
मुश्किल आसान कर दी 

थोड़ा कम थका ऐ जिंदगी
मजबूर हूँ, मजदूर नहीं 

ये कौन मिला है आज तुम्हें
जो यार पुराना भूल गए
जो साथ गुजारा था हमने
वो मीठा ज़माना भूल गए 

कोई खामोश जख्म लगती है
जिंदगी एक नज्म लगती है 

अपने अंदर के बच्चे को
हमेशा जिन्दा रखिये साहब
हद से ज्यादा समझदारी
जिंदगी को बेरंग कर देती है 

मेरे पास से गुजर के
मेरा हाल तक  ना पूछा
में कैसे मान लूँ
की वो दूर जाकर रोय

चलो बिखेर देते हैं जिंदगी को
आखिर संभालने की भी तो
एक हद होती है 

थोड़ा डूबूँगा
मगर में फिर तैर जाऊंगा
ऐ जिंदगी तू देख
मैं फिर जीत जाऊंगा 

सुना भी कुछ नहीं, कहा भी कुछ नहीं
बस ऐसी बिखरी है जिंदगी की कश्मकश में
की टूटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं 

मुख़्तसर सा गरूर भी जरूरी है
जीने के लिए
ज्यादा झुक के मिलो
तो दुनिया पीठ को पायदान बना लेती है 

हिसाब किताब हमसे ना पूछ ए-जिंदगी
तूने सितम नहीं गिने
तो हमने भी जख्म नहीं गिने 

जिंदगी पर बस इतना ही
लिख पाया हूँ मैं
बहुत मजबूत रिश्ते थे
कुछ कमजोर लोगों मैं 

तूफ़ान भी आना जरूरी है जिंदगी में
तभी अपनो और
परायों का पता चलता है 

इतनी छोटी सी उम्र में
इतने उदास हो गए हम
  जिंदगी ने सबक
बहुत जल्दी सीखा दिए 

क्यों डरें जिंदगी में क्या होगा
 कुछ ना होगा तो
तजुर्बा होगा

ना जानें कब खर्च हो गए
पता ही नहीं चला
जो लम्हें छिपा रखे थे
जीने के लिए 

Shayari On Life
Shayari On Life
हलकी फुलकी सी है जिंदगी
बोझ तो ख्वाइशों का है 

बदल जाते हैं वो लोग
वक़्त की तरह
जिन्हें हद से ज्यादा
वक़्त दिया जाता है 

खुद को पढता हूँ
फिर छोड़ देता हूँ
एक पन्ना जिंदगी का मैं
रोज मोड़ देता हूँ 

थोड़ा सा रफ्फू करके देखिये ना
फिरसे नयी से लगेगी
 जिंदगी ही तो है.....

क्या पता
कब, कहाँ मारेगी
बस मैं जिंदगी से डरता हूँ
मौत का क्या है
बस एक बार मारेगी 

सहम सी गयी है जिंदगी
 जरूरतों ने शायद उससे
ऊँची  आवाज में बात की होगी 

 जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है
पर  अपना कौन है ..??
यह वक़्त बताता है 

जरूरी नहीं की जीने का कोई सहारा हो
जरूरी नहीं कि जिसके हम हैं वो भी हमारा हो
कुछ कश्तियाँ डूब जाया करती हैं
जरूरी नहीं की हर कश्ती के नसीब में किनारा हो 

हर वक़्त जिंदगी से
गिले  शिकवे ठीक नहीं
कभी तो छोड़ दीजिये
कश्तियों को लहरों के सहारे 

जिंदगी में कभी धूप तो कभी छाव आया करती है
पर जिंदगी हर पल नया नया सिखाया करती है
जिंदगी कभी छोटी छोटी बाते सिखाया करती है
तो कभी कभी बड़े बड़े सबक सिखाया करती है

न बदली वक्त की गर्दिश
ना जमाना बदला
जब सूख गई पेड़ की डाली तो
परिंदों ने ठिकाना  बदला

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Final Words:

जैसे-जैसे समय आधुनिक होता जा रहा है वैसे-वैसे ही दुनिया का मिजाज बदलता जा रहा है. आप भी जानते ही है की जब इंसान का समय सही चला होता है तो हर कोई उसके साथ होता है. पर जब समय बदलता है और समय खराब शुरू होता है तो हर कोई हमारा साथ छोड़ कर हमसे अलग हो जाता है. और ऐसे समय में हमें Shayari On Life याद आती है. पर समय कैसा भी हो एक ही इंसान दुनिया में होता है जो की कभी भी साथ नहीं छोड़ता है वो होता है जीवन साथी. और पति पत्नी को रिश्ते कैसा होता है ये आप सभी जानते ही है. और पति पत्नी के इसी रिश्ते को इन Husband Wife Understanding Quotes को पढ़कर आप और ज्यादा गहराई से समझ पाएंगे।
हम सभी  जानते है की शायरी से अच्छा तरीका अपनी feeling को दुसरो के सामने रखने का दूसरा और कोई भी नहीं होता है. तभी तो जिसकी भी life में समस्या चल रही है उन सभी के लिए हम आज ले आये है Shayari On Life. इस शायरी को पढ़कर आपको भी आपकी समस्या से लड़ने की हिम्मत मिलेगी.
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